
कंपनी बाग में शुल्क समाप्ति की घोषणा हवाई, अब भी वसूली जारी* *एमएलसी शाहनवाज खान ने शुल्क समाप्त कराए जाने का किया था दावा*
आंखों का तारा समाचार पत्र
रिपोर्ट अब्दुल्ला अंसारी
कंपनी बाग में शुल्क समाप्ति की घोषणा हवाई, अब भी वसूली जारी*
*एमएलसी शाहनवाज खान ने शुल्क समाप्त कराए जाने का किया था दावा*
*सहारनपुर* । कंपनी बाग में सैर करने वालों से लिया जाने वाला शुल्क समाप्त करने की घोषणा महज कागजों तक सीमित रह गई है। लगभग चार माह पूर्व एमएलसी शाहनवाज खान ने विधान परिषद में मुद्दा उठाते हुए शुल्क समाप्त करने का दावा किया था, लेकिन आज भी बाग में आने वालों से शुल्क वसूला जा रहा है। आजादी के बाद से चकरौता रोड स्थित कंपनी बाग में सैर पर कोई शुल्क नहीं था। लोग भागदौड़ भरे जीवन और बढ़ते प्रदूषण से राहत पाने के लिए यहां सुबह-शाम सैर करने आते रहे हैं। लेकिन औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र ने कुछ वर्ष पूर्व प्रवेश शुल्क निर्धारित कर दिया। इसमें अर्द्धवार्षिक 600 रुपये, वार्षिक 1000 रुपये, दंपति के लिए छह माह 800 रुपये तथा वार्षिक 1200 रुपये तय किए गए। 60 से 65 वर्ष के वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह शुल्क क्रमशः 100 और 150 रुपये रखा गया, जबकि 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और छह वर्ष तक के बच्चों को निःशुल्क सुविधा दी गई है। शुल्क को लेकर सामाजिक संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया था। इस पर लगभग चार माह पूर्व एमएलसी शाहनवाज खान ने परिषद में मुद्दा उठाकर शुल्क समाप्त करने की घोषणा की थी। लेकिन चार माह गुजर जाने के बाद भी वसूली का सिलसिला जारी है। लोगों का कहना है कि या तो शासन-प्रशासन ने एमएलसी की घोषणा को तवज्जो नहीं दी या फिर यह घोषणा केवल राजनीति तक सीमित रह गई। ऐसे में शाहनवाज खान की यह ‘हवाई घोषणा’ भविष्य की राजनीति पर भी असर डाल सकती है। वहीं दूसरी और कंपनी बाग के सौंदर्य करण और विकास कार्य के लिए स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम द्वारा पैसा खर्च किया जा रहा है जिसमें सुविधाओं में वृद्धि तो हुई है लेकिन जिस प्रकार से पैसा एकत्रित किया जा रहा है उस तरह की सुविधा अभी भी उपलब्ध नहीं है। जनता का कहना है कि आखिर जिस अनुपात पैसा एकत्रित किया गया है उसके अनुकूल सुविधा नहीं है आखिर वह पैसा कहां जा रहा है ।